शरीर में विटामिन ए और विटामिन डी की क्या भूमिका होती है?

शरीर में विटामिन ए और विटामिन डी की क्या भूमिका होती है?

सेहतराग टीम

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन और प्रोटिन बेहद महत्वपूर्ण हैं। अगर विटामिन की बात करें, तो विटामिन कई प्रकार के होते हैं। लेकिन आज हम बात करेंगे विटामिन ए और डी की कमी से शरीर में होने वाले समस्याओं के बारें में। जी हां दरअसल हमारे शरीर के लिए ये दोनों विटामिन काफी फायदेमंद हैं। तो आइए पहले जानते हैं विटामिन ए के विषय में-

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विटामिन ए (Vitamin A):

विटामिन ए शरीर के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। विटामिन ए त्वचा, हड्डियों और शरीर की अन्य कोशिकाओं को मजबूत रखने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विटामिन ए में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है, जो कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है। इसके अलावा विटामिन ए मुक्त कणों को टूटने से रोकता है और हमारे शरीर से सूजन संबंधी समस्या नहीं उत्पन्न होने देता है। इतना ही नहीं इम्यून सिस्टम के कार्यों को बेहतर बनाने और दिल, फेफड़े, किडनी के साथ ही शरीर के दूसरे आवश्यक अंगों के कार्यों को भी सामान्य रखने के लिए विटामिन ए की भूमिका काफी अहम मानी जाती है। अगर शरीर में विटामिन ए की कमी देखने को मिलती है तो इससे शरीर कई समस्याओं से ग्रस्त हो जाता है।

विटामिन ए की कमी से ये समस्याएं होती हैं (Vitamin A Deficiency Problems in Hindi):

विटामिन ए की कमी से अंधापन, आंखों में सूखापन, रूखे बाल, सूखी त्‍वचा, बार-बार सर्दी-जुकाम, थकान, कमजोरी, नींद न आना, रतोंधी, निमोनिया और वजन में कमी होने जैसी कई परेशानियां झेलनी पड़ जाती हैं। ऐसे में इन रोगों से ग्रस्त रहने से बचने के लिए शरीर में विटामिन ए की कमी की पूर्ति करना काफी आवश्यक हो जाता है।

विटामिन ए की कमी को पूरा करने के लिए इन चीजों का सेवन करें (Vitamin A Foods in Hindi):

सब्जियों और फलों के सेवन से आसानी से विटामिन ए की पूर्ति की जा सकती है। शरीर में विटामिन ए की भरपाई करने के लिए अंडा, दूध, गाजर, पीली या नारंगी सब्जियां, पालक, स्वीट पोटेटो, पपीता, दही, सोयाबीन और दूसरी पत्तेदार हरी सब्जियां का सेवन किया जा सकता है।

विटामिन डी और इसकी कमी से क्या समस्याएं होती हैं (Vitamin D Deficiency Problems in Hindi):

विटामिन डी की कमी से डिमेंशिया या मनोभ्रंश होने का जोखिम बढ़ सकता है। अध्ययन के अनुसार, विटामिन डी की अधिक कमी वाले लोगों में डिमेंशिया होने की संभावना 122 प्रतिशत अधिक होती है। वैसे तो भारत में धूप की कोई कमी नहीं होती, फिर भी लगभग 65 से 70 प्रतिशत भारतीय लोगों में इस जरूरी विटामिन की कमी पाई गई है। विटामिन डी शरीर की लगभग हर कोशिका को प्रभावित करता है। यह सूर्य के प्रकाश में रहने पर त्वचा में उत्पन्न होता है, और कैल्शियम के अवशोषण तथा हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।

विटामिन डी का लेवल कम होने पर हड्डियों को नुकसान पहुंचता है। हालांकि, यह विटामिन दिल, मस्तिष्क और प्रतिरक्षा तंत्र के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है। आपको बता दे कि विटामिन डी की कमी के कई कारण होते हैं। कई बार सामाजिक कारणों से व्यक्ति धूप में कम निकलता है। भारत में प्रचुर मात्रा में धूप उपलब्ध रहती है, फिर भी बहुत से लोग अनजान हैं कि उन्हें विटामिन डी की कमी हो सकती है।

विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए इन चीजों का सेवन करें (Vitamin D Foods in Hindi):

कॉड लिवर ऑयल: 

यह तेल कॉड मछली के जिगर से प्राप्त होता है और सेहत के लिए बेहद अच्छा माना जाता है। इससे जोड़ों के दर्द  को कम करने में मदद मिलती है और इसे कैप्सूल या तेल के रूप में प्रयोग किया जा सकता है।

मशरूम: 

यदि आपको मशरूम पसंद हैं, तो आपको विटामिन डी भरपूर मिल सकता है। सूखे शिटेक मशरूम विटामिन डी 3 के साथ-साथ विटामिन बी के भी शानदार स्रोत हैं। इनमें कम कैलोरी होती है और इन्हें जब चाहे खाया जा सकता है।

सूरजमुखी के बीज: 

इनमें न केवल विटामिन डी 3, बल्कि मोनोअनसैचुरेटेड वसा और प्रोटीन भी भरपूर मात्रा में होता है।

विटामिन डी के अन्य स्रोत्र:

दही

दलिया

गाय का दूध

संतरा

अंड़े की जर्दी

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